tag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.comments2023-03-22T19:31:15.732+05:30मेरी कलम सेKrishna Virendra Trust: कृष्णा वीरेन्द्र न्यासhttp://www.blogger.com/profile/12083949503473789293noreply@blogger.comBlogger215125tag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-82477176951535005542021-02-21T08:22:45.847+05:302021-02-21T08:22:45.847+05:30बहुत ही विशद एवं श्रुतिसम्मत विवेचना प्रस्तुत की ह...बहुत ही विशद एवं श्रुतिसम्मत विवेचना प्रस्तुत की है। श्लाघ्य है । साधुवाद।<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05183352763555962494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-55026960759703030232020-03-30T05:11:53.306+05:302020-03-30T05:11:53.306+05:30Hame apne bacho ko yah gyan dena hoga
Hame apne bacho ko yah gyan dena hoga <br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16165228140747921267noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-88553281618681377832019-12-07T22:12:23.380+05:302019-12-07T22:12:23.380+05:30सारस्वत सभ्यता के बारे में बहुत अच्छी जानकारी प्रा...सारस्वत सभ्यता के बारे में बहुत अच्छी जानकारी प्राप्त हुई पर सारे संसार को इसके बारे में पता होता है तो और भी ज्यादा खुशी होगीमहावीर सारस्वतhttps://www.blogger.com/profile/03211107256158033668noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-3419458788139670682019-12-07T21:51:44.052+05:302019-12-07T21:51:44.052+05:30सारस्वत सभ्यता के बारे में बहुत अच्छी जानकारी प्रा...सारस्वत सभ्यता के बारे में बहुत अच्छी जानकारी प्राप्त हुई पर सारे संसार को इसके बारे में पता होता है तो और भी ज्यादा खुशी होगीमहावीर सारस्वतhttps://www.blogger.com/profile/03211107256158033668noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-36899664520414820072018-12-21T01:49:21.354+05:302018-12-21T01:49:21.354+05:30बहुत बहुत आभार आपका क्या कहुँ शब्दो मे बयान नही कर...बहुत बहुत आभार आपका क्या कहुँ शब्दो मे बयान नही कर पाऊगा आपको दिल से धन्यवाद -जय श्रीराममहावीर सारस्वतhttps://www.blogger.com/profile/03211107256158033668noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-82995842215747979742017-07-26T13:16:55.938+05:302017-07-26T13:16:55.938+05:30 असिरिया 700 ईसा पूर्व असुरो का राज्य था। ... असिरिया 700 ईसा पूर्व असुरो का राज्य था। आज का सीरिया वही है। इसका प्रमाण है वहा का राजा था - असुर्बनिपाल। ये संस्कृत शब्द है। पढें- यूरोप की world history Alok sharmahttps://www.blogger.com/profile/00616372045570111748noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-33582293727726475262017-06-04T08:44:33.220+05:302017-06-04T08:44:33.220+05:30निसंदेह यह लेख वर्तमान चरमराई भारतीय सामाजिक महौल ...निसंदेह यह लेख वर्तमान चरमराई भारतीय सामाजिक महौल मे समरसता स्थापित करने मे मील का पत्थर सावित होगा, इसलिए इस ऐतिहासिक सत्य को जनहित एवं राष्ट्रहित में जन-जन तक पहुंचना नितांत आवश्यक है।Sindhu bhushan ojhanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-64801018694660064932017-03-21T22:55:57.071+05:302017-03-21T22:55:57.071+05:30भगवान कृष्ण के बारे में यह कथा कुछ पौराणिक ग्रंथों...भगवान कृष्ण के बारे में यह कथा कुछ पौराणिक ग्रंथों में मिलती है।कुछ संतों का मानना है कि प्रभु ने त्रेता में राम के रूप में अवतार लेकर बाली को छुपकर तीर मारा था। कृष्णावतार के समय भगवान ने उसी बाली को जरा नामक बहेलिया बनाया और अपने लिए वैसी ही मृत्यु चुनी, जैसी बाली को दी थी।<br /><br /><br />जिस तरह भगवान की मृत्यु हुई उसके पीछे भी एक कहानी जुडी हुई है, इसके अनुसार एक बार दुर्वासा ऋषि कृष्ण के पास पहुंचे और आज्ञा दी कि वे जब तक स्नान करके वापस लौटे, तब तक उनके लिए खीर का प्रसाद भोजन के रूप में तैयार रखें। भगवान ने ऐसा ही किया। ऋषि ने खीर खाई और जो थोड़ी सी बची, कृष्ण को आज्ञा दी कि वे इस बची खीर का अपने शरीर पर लेप कर लें। भगवान ने ऐसा ही किया। जब वे लेपन के बाद ऋषि के पास पहुंचे तो ऋषि ने कहा शरीर के जिस भाग पर तुमने मेरी झूठी खीर का लेप किया है, वह वज्र का हो गया है।<br /><br /><br /> <br />केवल पैरों के तलवे ही शेष रहे हैं।इसलिए जब भी तुम्हारी मृत्यु होगी, पैरों के तलवों पर ही प्रहार होगा। श्रीमद्भागवत पुराण के 11 वे स्कंध की कथा के अनुसार यदुवंश का नाश होने के बाद एक दिन भगवान प्रभास क्षेत्र में अकेले पैर पर पैर रखे पेड़ के तने से सट कर लेटे हुए थे। उनका लाल सुंदर तलवा एक बहेलिए को हिरण के मुंह के समान नजर आया। उसने बाण चलाया और भगवान के पैर के तलवे से खून की धार बह निकली। इस बाण पर लोहे के उसी मूसल का टुकड़ा लगा हुआ था। जिसे यदुवंशियों ने ऋषियों के शाप के बाद चूर कर समुद्र में बहा दिया था। इस तरह भगवान ने अपनी लीला को समेटा और अपने धाम चले गए।Gitesh Sharmahttps://www.blogger.com/profile/05256574970259647973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-67865194282186881192017-03-18T22:37:57.491+05:302017-03-18T22:37:57.491+05:30Ese pdh kr hme bahut fayda huaa hm Ese pdh kr hme bahut fayda huaa hm Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02259333745896413251noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-52009115396907962022017-03-17T02:01:25.173+05:302017-03-17T02:01:25.173+05:30Very interesting but I think that you represent Go...Very interesting but I think that you represent God shiva not very well. But still<br />Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-91161811259652711892017-02-25T13:30:28.402+05:302017-02-25T13:30:28.402+05:30superb...superb...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/01483460572712458395noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-14098887752038432092017-02-25T12:24:43.412+05:302017-02-25T12:24:43.412+05:30भारत की सभ्यता और संस्कृति की प्राचीनता सिध्द करने...भारत की सभ्यता और संस्कृति की प्राचीनता सिध्द करने के लिए बहुत ही सारगर्भित लेख । लेखक को कोटिशः धन्यवाद । Santoshhttps://www.blogger.com/profile/09539984933451776282noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-75319129203304008142016-11-18T19:03:13.592+05:302016-11-18T19:03:13.592+05:30bahut hi sunder or gyanvardhak jankari haibahut hi sunder or gyanvardhak jankari haiAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/01464062642834601771noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-82711690171387980612016-08-23T12:19:16.625+05:302016-08-23T12:19:16.625+05:30What is the necessity to create universe and human...What is the necessity to create universe and human being by godAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-46976661966821464282016-08-07T13:44:10.993+05:302016-08-07T13:44:10.993+05:30श्री कृष्ण मानव रूप में जन्मे और मानव की भांति मृत...श्री कृष्ण मानव रूप में जन्मे और मानव की भांति मृत्यु को भी प्राप्त हुये, और यही वो सबको समझा गये कि जन्म के साथ मृत्यु जुडी है और वो आवश्यक है, जिसका हमें शोक नहीं करना चाहिये, यदि कुछ करना है तो जन्म और मृत्यु के बीच के समय(जीवन) को सफल बनाने के लिये श्रेष्ठ कर्म करने चाहिये।<br />मानव को यह समझाने श्री कृष्ण मानव रूप में ही आये।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-1094646112485622362016-02-07T20:01:46.759+05:302016-02-07T20:01:46.759+05:30अच्छी कथा। साधुवाद।
अच्छी कथा। साधुवाद।<br />Shivnarayan R. Varmahttps://www.blogger.com/profile/02444625714407103871noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-24688613732873335092015-12-06T18:17:43.496+05:302015-12-06T18:17:43.496+05:30गौतम बुद्ध के बारे में हम क्या कह सकते हैं.... वो ...गौतम बुद्ध के बारे में हम क्या कह सकते हैं.... वो तो करुना के सागर हैं Saroj Shahhttp://www.lifeook.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-70353291932499715312015-09-25T00:04:14.255+05:302015-09-25T00:04:14.255+05:30क्या श्री कृष्णा स शरीर गए ?क्या श्री कृष्णा स शरीर गए ?Wwehttps://www.blogger.com/profile/00536171373365343888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-83828531269834906642015-09-10T20:10:24.870+05:302015-09-10T20:10:24.870+05:30Bahut achi baat haiBahut achi baat haiAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/06947771486304970959noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-57639832591255502392015-09-06T22:50:20.552+05:302015-09-06T22:50:20.552+05:30भगवान् श्री कृष्ण अजर और अमर हैं ।
वो हम लोगो के ह...भगवान् श्री कृष्ण अजर और अमर हैं ।<br />वो हम लोगो के ह्रदय में निवास करते हैं ।<br />रही शरीर की बात तो वह मिट्टी का होता है ।उस पर किसी का बस नही चलता क्योंकि ये तो एक अडिग सच है । कि इस संसार में जिसने जन्म लिया है ।उसकी मृत्यु निश्चित है चाहे वह इंसान हो या भगवान् । या कथन स्वंय भगवान् का ही है ।<br /><br />नाम - यश पटेल<br />जिला - बाराबंकीAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-36765039249443390872015-08-28T11:35:33.204+05:302015-08-28T11:35:33.204+05:30dev ji ur true
apka nam dev hai aur aapne khud ka ...dev ji ur true<br />apka nam dev hai aur aapne khud ka sahi abhyas kiya hai<br />dev sandya kalpanik haiAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/01042510332203818667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-57064910972494381702015-07-25T00:59:17.437+05:302015-07-25T00:59:17.437+05:30BAHUT ACHHIBAHUT ACHHIAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/05444540243711053762noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-75669867340662533622015-07-13T22:46:16.766+05:302015-07-13T22:46:16.766+05:30काफी उपयोगी ब्लॉग लिखा है अपने काफी उपयोगी ब्लॉग लिखा है अपने Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02142800365717109581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-2301987224745912702015-03-13T08:45:48.128+05:302015-03-13T08:45:48.128+05:30budha avtar nahi haibudha avtar nahi haiAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/11013319566469923089noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1697951901959389638.post-31452760513539181792015-01-24T10:01:08.062+05:302015-01-24T10:01:08.062+05:30खुबसुरत सांचो में ढला हुआ वक्त का सफर पर प्रश्न अभ...खुबसुरत सांचो में ढला हुआ वक्त का सफर पर प्रश्न अभी भी वंही खड़ा और जीवित है इस सफर का सत्य क्या और उसकी स्तिथि क्या ?Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/03604091574744457773noreply@blogger.com